मुजफ्फरनगर में दलित लड़की से बलात्कार कर ईंट के भट्टे में जला दिया मनुस्मृति 2.0 लागु
गौरतलब है जैसे ही लोकसभा के चुनाव के नतीजे आये और ये पक्का हो गया की केंद्र में नरेंद्र मोदी की सरकार एक बार फिर से बनने वाली है वैसे ही देश भर में दलितों के उपर अत्याचार की घटनाए आनी शुरू हो गई। परन्तु मर पीट की घटनाए तो आम है
लेकिन एक दिल दहलाने वाली घटना मुज्जफरनगर से आई जिसमे एक नाबालिक लड़की के साथ पहले तो भट्टा मालिक ने जबरजस्ती बलात्कार किया। जब इस बलात्कार का नाबालिक लड़की ने विरोध किया तो भट्टा के मालिक ने उस पियारी सी बच्ची को भट्टे की दहकती हुई आग में झोक दिया। ये घटना चुनाव परिमाण के तुरंत बाद की है
अगर इस घटना का विश्लेषण करे तो ये देखने को मिलता है कि सवर्ण जाति के लोग जीत की खुसी में इतने उन्मादी हो गये कि उनको ये भी नहीं दिखा कि ये एक नाबालिक लड़की है इन मनुवादिओ को सिर्फ अपनी हवस की भूख मिटानी है। ये घटना सिर्फ और सिर्फ जातिवादी मानसिकता से ग्रस्त लोगो ने दी है।
जब इस घटना का भीम आर्मी को पता चला तो भीम आर्मी ने इस घटना को जोर शोर से उठाया। और खूब विरोध प्रदशन करने के बाद भी आरोपी के खिलाफ ना तो कोई कारवाही की गई और ना ही आरोपी को पकड़ा गया।
जब इस बात का भीम आर्मी के मुजफ्फर नगर ज़िलाअद्यक्ष उपकार बावरा को पता चला तो उनके अथक परिश्रम के बाद पुलिस ने दोसी व् आरोपी व्यक्ति के ख़िलाफ़ रिपोर्ट दर्ज कर कार्यवाही का आस्वासन दिया। भीम आर्मी सहित उपकार बावरा जी इस मामले पर अपनी पेनी नज़र बनाये हुए है।
अत्याचार केवल यतीम और लाचार लोगों का किया जाता है। और ये कोई पहली घटना नहीं है। और ना ही शायद आखरी होगी। ये तो बस शुरुआत है मनुस्मृति ले लागु होने की।