कन्हैया कुमार को लेकर बड़ा खुलासा
आपको मनु वादियों की चालाकी समझ नी पड़ेगी
जो स्वर्ण मीडिया मोदी और कन्हैया मैं से मोदी के के साथ दिखता है। वहीं स्वर्ण मीडिया अगर बिहार में कन्हैया कुमार और तेजस्वी यादव को दिखाता है । तो वह कन्हैया कुमार को तरजीह देता है कन्हैया कुमार जो कि स्वर्ण जाति से आते हैं। मैं किसी की जाति के खिलाफ नहीं हूं। परंतु आपको मनु वादियों की चालाकी समझ नी पड़ेगी । स्वर्ण मीडिया किस प्रकार से सोचती है । स्वर्ण मीडिया किस प्रकार से अपने समाज को आगे रहती है यह आपको समझना पड़ेगा।
अगर बिहार में कांग्रेस जिंदा हो गई तो
जब तेजस्वी यादव कन्हैया कुमार को अपने गठबंधन में शामिल नहीं करते हैं। तो स्वर्ण मीडिया तेजस्वी यादव पर हमला बोलती है। बिहार के लोगों को यह बात समझनी चाहिए कि कांग्रेस के प्रत्याशी जितने भी स्वर्ण हैं। उन को हरा ही देना चाहिए अगर बिहार में कांग्रेस जिंदा हो गई तो आरजेडी को खत्म कर देगी मतलब कि यह हुआ कि स्वर्णो कि पार्टी अगर जीतेगी तो शूद्र की पार्टी खत्म हो जाएगी।
अगर आपके पास आरजेडी सपा बसपा नहीं रहेंगे तो
अगर आपके पास आरजेडी सपा बसपा नहीं रहेंगे। तो आम जनता का क्या होगा आपको समझना पड़ेगा कन्हैया बनाम मोदी के विवाद में स्वर्ण मीडिया मोदी के साथ है। जबकि तेजस्वी यादव बनाम कन्हैया में स्वर्ण मीडिया कन्हैया कुमार के साथ है। एससी एसटी ओबीसी माइनॉरिटी का नेता भी स्वर्ण बने कितनी बड़ी विडंबना है। जब कोई दलित नेता बनता है। तो उसको सिर्फ दलितों का नेता ही बना कर रखा जाता है। जब कोई सोनू नेता बनता है। तो उसको पूरे देश का नेता बनाया जाता है। शूद्र वर्ण में पैदा हुए लोगों को बराबरी का हक भी नहीं मिलता।
आपको स्वर्ण जाति के लोगों के नेता को वोट नहीं देना
आपको स्वर्ण जाति के लोगों के नेता को वोट नहीं देना चाहिए। ताकि स्वर्ण आपका रहनुमा ना बन जाए । स्वर्ण कभी भी शूद्र का भला नहीं करेगा और सभी स्वर्ण हमेशा शूद्रों के साथ बुरा बर्ताव ही करेंगे। किसी भी कीमत पर बहुजन समाज के लोगों को एकजुट होना पड़ेगा। अगर आप ऐसा नहीं करते हैं। तो आप पीढ़ी दर पीढ़ी सामाजिक एवं राजनीतिक रूप से गुलाम होते चले जाएंगे। संसाधन विहीन आप जब तक रहेंगे। जब तक आप सत्ता में नहीं आते।