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चंद्रशेखर आजाद रावण ने क्यों बुलाया 23 फरवरी को भारत बंद

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चंद्रशेखर आजाद रावण ने क्यों बुलाया 23 फरवरी को भारत बंद

भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद रावण ने 23 फरवरी 2020 को भारत बंद का आवाहन किया है। चंद्र शेखर आज़ाद और भीम आर्मी की टीम ने दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के माद्यम से कहा है कि जिस प्रकार से माननीय उच्चतम न्यायालय ने पदोनति में आरक्षण के केस में या निर्णय दिया है है कि ” पदोन्ति में आरक्षण कोई कोई मौलिक अधिकार नहीं है। लिहाज़ा यह मामला राज्य सरकार के विवेक पर छोड़ दिया जाता है। कि राज्य सरकार चाहें तो ऐसे लागु करे या ना लागु करे। ”

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पता चल सके की कौन लोग समाज के साथ खड़े है

चंद्रशेखर आजाद ने आगे ये कहा की पहले भीम आर्मी 16 फ़रबरी को मंडी हाउस से पार्लियामेंट तक एक बड़ा मार्च करेंगे। साथ ही जो सांसद रिज़र्व सीट से चुन कर गए है। उनके घरो का घेराव करा जाएगा। ताकि ये पता चल सके की कौन लोग समाज के साथ खड़े है या उनके खिलाफ खड़े है।

हक़ हकूक की बात अति है तो अपने हाथ पीछे खींच लेती


चंद्र शेखर ने केंद्र की भाजपा सरकार पर आरोप लगाते हुए ये कहा है कि मौजूदा सरकार दलितों के नाम पर वोट तो मांगती है लेकिन जब उनके हक़ हकूक की बात अति है तो अपने हाथ पीछे खींच लेती है। साथ ही चंद्र शेखर ने ये भी कहा कि प्रधान मंत्री जी ये कहते है पाकिस्तान से मेरे दलित भाई आरहे है। लेकिन भारत के दलितों की चिंता प्रधानमंत्री जी को नहीं है।

माननीय उचतम न्यायालय की कलम हमरे फेसलो पर बहुत ही जल्दी चल

चंद्र शेखर आज़ाद जी ने सुप्रीम कोर्ट के पदोन्ति में आरक्षण के फैसले पर नारजगी व्यक्त करते हुए कहा कि माननीय उचतम न्यायालय की कलम हमरे फेसलो पर बहुत ही जल्दी चल जाती है चाहे वो sc st act को प्रबाव हीन करना हो या गुरु रविदास के मंदिर का मामला हो। जिसमे की चंद्र शेखर जी दो महीने दिल्ली की तिहाड़ जेल में भी बिताने पड़े। आगे चल कर माननीय न्यायालय ने अपनी गलती मानते हुए अपने फैसले को वापिस ले लिया।

सांसद या विधायक के घरो का घेराव भी करेंगे

चंद्रशेखर आजाद ने बहुजन समाज के लोगों से आवाहन किया है कि 16 फरवरी 2020 को ज्यादा से ज्यादा भारी मात्रा में दिल्ली के मंडी हॉउस पहुंचे जिसमे की हम लोग संसद तक मार्च करेंगे। और साथ ही 23 फरवरी 2020 को समस्त भारत को बंद करेंगे। इसके अलावा आरक्षित सीट से चुने गए सांसद या विधायक के घरो का घेराव भी करेंगे। ताकि ये पता चल सके कि कौन कौन सदस्य हमारे लोगो की आवाज़ को उढ़ाने में हामरे साथ है।

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